पत्रकारिता, लोकतंत्र का चौथा स्तंभ। देश में फैले भयंकर भ्रष्टाचार ने इस क्षेत्र की उपयोगिता और बढ़ा दी है। वहीं पैसे की उपयोगिता आज किसी से छिपी हुई नहीं है। आज पत्रकार को समाचार के साथ-साथ बाजार की भी समझ होनी चाहिए। आज किसी भी अखबार में जिला ब्यूरो की जवाबदारी समाचारों में एक दूसरे से आगे रहने के साथ-साथ टारगेट पूरा करने की भी रहती है। आपको लगता है कि आपमें पत्रकारिता के गुण हैं या फिर आप पत्रकार बनकर नाम के साथ-साथ पैसा भी कमाना चाहते हैं तो हमसे जुडि़ए। हम मासिक पत्रिका पंचायत की मुस्कान के माध्यम से आपको नाम और पैसा दोनों कमाने का मौका देंगे।
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