# एक अनुमान के अनुसार इस चुनाव में सोशल मीडिया देश के आधे लोकसभा सीट के चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकता है।
# चुनाव आयोग की नजरों में सोशल मीडिया भी इलेक्ट्रानिक मीडिया के समकक्ष माना जाने लगा है।
# सोशल मीडिया पर जिसकी पकड़ जितनी ज्यादा होगी उसके जितने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी।
# राजनीतिक दल अपने कुल खर्च का 2 से 5 प्रतिशत तक की राशि सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव प्रचार पर खर्च कर रहे हैं।
किन्तु सबसे बड़ा सवाल,
कि आखिर सोशल मीडिया में चुनाव प्रचार होता कैसे है ?
क्योंकि
# अगर हम फेसबुक पर अपना प्रोफाईल बनाकर और उसे अधिकतम 50 लोगों को टेग करने की फेसबुक की सुविधा के अनुसार टेग भी करते हैं तो वह एवरेज अधिकतम 1500 लोगों तक ही पंहुच पाता है।
# जिन 1500 लोगों तक हमारा विज्ञापन पंहुचता है वह भी हमारे लोकसभा क्षेत्र, विधानसभा क्षेत्र और प्रदेश से न होकर देश की सीमाओं से परे पूरे विश्व तक पंहुचती है।
अगर आपके पास भी ऐसी स्थिति है तो आप निराश न होईए ...
# आप सोशल मीडिया में अपनी छवि सुधारने के लिए हमसे संपर्क करें -
# हम आपके हर विज्ञापन को 50 हजार से 1 लाख लोगों तक पंहुचायेंगे।
# वो 50 हजार से 1 लाख लोग जो आपके संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत निवास करते हैं।
रु वो फेसबुक यूजर जो आपके संसदीय क्षेत्र के मतदाता है। जिनके वोट हार-जीत में निर्णायक साबित हो सकती है।
तो सोशल मीडिया पर एड के लिए आज ही हमसे संपर्क करें -
मो. 07489405373,
EMail- panchayatkimuskan@gmail.com
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